दादा रामजीदास ने स्कूल बनाकर दी, पोते अनुराग ने फर्नीचर व पंखे भेंट किये
नरैना। लगभग चार दशक पूर्व बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से तत्कालीन मशहूर उद्योगपति कस्बा निवासी नगरसेठ स्व. रामजीदास मोदानी ने अपनी दिवंगत धर्मपत्नी सरस्वती देवी मोदानी की स्मृति में सुभाष चौक नरैना स्थित माहेश्वरी भवन के पास किराये की जमीन-भवन में चल रहे राजकीय चिकित्सालय के आजाद चौक स्थानांतरित होने पर उक्त जमीन-भवन को खरीदकर उसमें आवश्यकतानुसार जीर्णोद्धार कार्य करवाकर राज्य सरकार को बालिका शिक्षा के लिए दान दें दिया। मोदानी के इस पुनीत कार्य से स्थानीय बालिकाओं को न सिर्फ पृथक से विद्यालय मिला अपितु बालिकाएं शिक्षा से वंचित भी नहीं रही। समय व्यतीत होता गया ओर समय के साथ विद्यालय भी उच्च माध्यमिक विद्यालय में क्रमोन्नत हो गया लेकिन राज्य सरकार बजट के अभाव में बालिकाओं के लिए आवश्यक सुविधाएं नहीं जुटा पाई। कुछ समय पूर्व विद्यालय प्रशासन ने दिवंगत रामजीदास मोदानी के पुत्र व पोत्र लक्ष्मीनारायण अनुराग मोदानी से मिलने पर विद्यालय में फर्नीचर व पंखो की आवश्यकता बताई। जिस पर दिवंगत रामजीदास मोदानी के पोते अनुराग मोदानी ने 35 टेबल-स्टूल का सेट व 10 छत पंखे विद्यालय प्रशासन को भेंट कर छात्राओं को राहत प्रदान की है। अनुराग मोदानी ने बताया कि एक टेबल-स्टूल के सेट पर तीन छात्राएं बैठ सकती है। विद्यालय की प्रधानाध्यापिका हेमप्रभा शर्मा ने बताया कि विद्यालय में केवल 12 वीं कक्षा की छात्राओं के बैठने के लिए टेबल-स्टूल की व्यवस्था है जबकि शेष छात्राएं जमीन पर दरी-पट्टी पर बैठकर अध्ययन करती है जबकि पुस्तकालय, कम्प्यूटर कक्ष, स्टाफ रूम सहित कई कक्षाओं में पंखों का अभाव है। अनुराग मोदानी द्वारा टेबल-स्टूल व पंखे भेंट करने से छात्राओं को काफी लाभ होगा। विद्यालय प्रशासन ने 35 टेबल-स्टूल सेट व 10 पंखे दिये जाने पर लक्ष्मीनारायण अनुराग मोदानी का कृतज्ञ भाव से आभार व्यक्त किया है।
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