नर्मदा संभाग में राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती मंजू बांगड़ का प्रेरणादायक आगमन — संगठनात्मक ऊर्जा, सम्मान की वर्षा और सामाजिक सरोकारों की अभूतपूर्व प्रस्तुति के साथ ऐतिहासिक आयोजन
नर्मदा की पावन धरती पर संगठन के स्वर्णिम इतिहास में एक और गौरवपूर्ण अध्याय जुड़ा, जब अखिल भारतीय माहेश्वरी महिला संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती मंजू बांगड़ के शुभ आगमन पर 9वीं कार्यसमिति एवं 5वीं कार्यकारिणी बैठक शुभ-उड़ान का भव्य और ऐतिहासिक आयोजन संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारम्भ भगवान महेश की पूजा-अर्चना, महेश वन्दना पर मनमोहक नृत्य के साथ किया गया। मुख्य अतिथि के स्वागत हेतु हरदा की बहनों द्वारा बेहद सुन्दर स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया गया जिसकी सभी ने प्रशंसा की। उत्साह, ऊर्जा और उत्सव का संगम बना यह दिवस, जब मंच पर राष्ट्रीय नेतृत्व के साथ प्रादेशिक प्रतिभाएं एकत्रित हुईं और संगठन को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की संकल्पना दोहराई गई। प्रदेश सचिव राजश्री राठी द्वारा दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि दी गई। मंजू बांगड़ के सानिध्य में शुभ-उड़ान बैठक प्रेरणा से ओतप्रोत एवं अत्यंत सारगर्भित रही। श्रीमती मंजू बांगड़ के उद्बोधन ने प्रदेश की बहनों में नई ऊर्जा का संचार कर दिया। श्रीमती मंजू बांगड़ का स्वागत गरिमामय सम्मान पत्र, श्रीफल, दुपट्टे के साथ आत्मीयता से किया गया, जिसने पूरे वातावरण को भावनाओं और गौरव से भर दिया। राष्ट्रीय अध्यक्षा ने अपने वक्तव्य में पूर्वी मध्यप्रदेश की प्रशंसा करते हुए कहा कि निश्चित ही प्रदेश में बेहद रचनात्मक कार्य सभी बहनों के सहयोग से होते हैं इसलिए प्रदेश को हर बार कोहिनूर कैटेगरी से नवाज़ा जाता है। उन्होंने अनीता जांवदिया, रंजना बाहेती एवं राजश्री राठी की प्रदेश के प्रति की जाने वाली मेहनत एवं उनकी सृजनात्मकता की भूरी-भूरी प्रशंसा की।

पूर्वी मध्यप्रदेश ग्रामीण बाहुल्य क्षेत्र है यही देखते हुए 4 सम्भाग, 22 जिले एवं 70 ईकाईयों की सलामी परेड राष्ट्रीय अध्यक्षा के सम्मान में निकाली गई। राष्ट्रीय संयुक्त मंत्री श्रीमती अनीता जांवदिया को मंजू जी के करकमलों द्वारा उनके 40 वर्षों के सृजनात्मक कार्य के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से विभूषित किया गया — यह क्षण सभी के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बन गया। प्रदेश कोषाध्यक्ष श्रीमती उर्मिला सादानी के द्वारा आय-व्यय पत्रक पेश किया गया। शुभ - उड़ान की समस्त तैयारियाँ उन्हीं की देख-रेख में सम्पन्न हुईं। समिति प्रबंधक डॉ. सुनीता नागोरी ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से डिजिटल दुनिया में एक अभिनव प्रयास करते हुए वैदेही वाचन त्रैमासिक ई. पत्रिका के द्वितीय संस्करण को प्रदेश को समर्पित किया जिसकी सृजनात्मक सज्जा, सशक्त ग्राफिक्स एवं प्रभावशाली प्रकाशन की सुंदरतम प्रस्तुति के लिए उन्हें सराहा गया। इस विशेष कार्य के लिए डॉ. सुनीता नागोरी को विशेष रूप से मंच से सम्मानित किया गया। त्रैमासिक ई.पत्रिका वैदेही वाचन को रा.अध्यक्षा श्रीमती मंजू बांगड़ को रा. संयुक्त मंत्री अनीता जांवदिया, रंजना बाहेती, सम्पादक राजश्री राठी, सुनीता नागोरी एवं सह-सम्पादक - चारों संभागों के संयुक्त मंत्री द्वारा भेंट स्वरूप प्रदान किया गया। पत्रिका के सफल प्रकाशन के लिए मंजू बांगड, रंजना बाहेती एवं राजश्री राठी ने मंच से भूरी-भूरी प्रशंसा की एवं पत्रिका को हृदय से सराहा और पत्रिका की सजग सोच व सौंदर्य की मुक्तकंठ से प्रशंसा की। साथ ही राष्ट्रीय अध्यक्षा ने प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती रंजना बाहेती एवं प्रदेश सचिव श्रीमती राजश्री राठी एवं पूर्वी मध्यप्रदेश की सशक्त टीम के श्रृंखलाबद्ध स्तर तक के तालमेल की सराहना की।
चारों प्रकल्पों को संभालने वाली प्रकल्प प्रखर श्रीमती रेणु झंवर को, कोष कलश भरने वाली कोषाध्यक्ष श्रीमती उर्मिला सादानी को, सभी 10 समितियों के कार्यों का संतुलन रखने वाली डॉ. सुनीता नागोरी को एवं प्रदेश में सक्रियता सहभागी रहने वाली सहसचिव श्रीमती हंसा केला, आंचलिक सहप्रभारी श्रीमती अर्चना लाहोटी एवं श्रीमती मनीषा लड्ढा के संगठित प्रयासों की भूरी-भूरी प्रशंसा की गई और उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्षा, रा.संयुक्त मंत्री, प्रदेश अध्यक्षा एवं प्रदेश सचिव द्वारा श्रीफल, दुपट्टा देकर सम्मानित किया गया।

युगल सिद्धा समिति की कर्मठ संयोजिका सरिता मालपानी को उनके समाजोपयोगी और नवाचारयुक्त कार्यों हेतु विशेष सम्मान से विभूषित किया गया, जिसने संगठन के प्रति समर्पण की नई मिसाल पेश की। प्रदेश सचिव द्वारा बहनों को जागरूक करने हेतु विवाह के रीति रिवाज पर आधारित मनोरंजक प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया जिसमें सभी बहनों ने बेहद दिलचस्पी के साथ भागीदारी दी। प्रदेश सचिव श्रीमती राजश्री राठी ने मंच संचालन द्वारा सभी कार्यक्रमों के साथ साथ श्रोताओं को भी एक सूत्र में बाँधे रखा। समितियों की संयोजिकाओं एवं सह-संयोजिकाओं द्वारा अत्यंत प्रभावशाली ढंग से सभी समितियों की छह माह की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। मात्र एक मिनट की निर्धारित समय-सीमा में किसी ने गद्य में, किसी ने पद्य में, तो किसी ने काव्यात्मक शैली में अपनी रचना को ऐसा स्वरूप दिया कि रिपोर्टिंग एक प्रस्तुति बन गई। प्रत्येक प्रस्तुति में रचनात्मकता, समर्पण और संगठन के प्रति भाव स्पष्ट झलकते थे। इस उत्कृष्ट और अभिनव प्रस्तुति शैली की राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती मंजू बांगड़ ने मुक्त कंठ से सराहना करते हुए कहा कि समितियों की रिपोर्टिंग की विशेषता रही कि बिना समय को बर्बाद किए निर्धारित समय सीमा के अन्तर्गत 10 समितियों की रिपोर्टिंग सम्पन्न की गई और सभी समितियों की रचनात्मक प्रस्तुति को संगठन की सशक्तता का प्रतीक बताया।
रिपोर्टिंग के इस रोचक क्रम को जीवंत बनाया डॉ. सुनीता नागोरी ने, जिन्होंने अपनी प्रभावशाली, आकर्षक एवं सहज मंच संचालन शैली से श्रोताओं को पूरी तरह बाँधे रखा। नर्मदा संभाग के चार जिलों द्वारा युगल सिद्धा समिति के अंतर्गत सामाजिक समस्याओं और उनके समाधान पर केंद्रित सजीव नाटिकाएँ मंचित की गईं, इस कार्यक्रम का मंच संचालन रेणु झंवर द्वारा बेहद प्रभावशाली शैली के साथ किया गया। इन नाटिकाओं की प्रभावशाली प्रस्तुति ने न केवल दर्शकों को भावविभोर किया, बल्कि सोचने पर भी मजबूर कर दिया। इन प्रस्तुतियों को सभी अतिथियों और सदस्यों द्वारा खड़े होकर सराहा गया। सुनीता तोषनीवाल एवं शोभना मोहता द्वारा जिला एवं स्थानीय संगठनों के कार्यक्रमों का शानदार मंच संचालन किया गया।

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