खामगांव में आई ब्रज भूमि - ब्रज चौरासी कोस मानसी परिक्रमा का अद्वितीय आयोजन
श्री माहेश्वरी वरिष्ठ महिला प्रकोष्ठ, श्री माहेश्वरी बहु-बेटी मंडल एवं श्री माहेश्वरी युवक मंडल खामगांव के संयुक्त तत्वावधान में रविवार दिनांक 20 जुलाई 25 को स्थानीय श्री हरि लॉन्स में ब्रज चौरासी कोस मानसी परिक्रमा का आयोजन सिर्फ कार्यक्रम तक सीमित ना रहते हुए यह एक आध्यात्मिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक चेतना की भावयात्रा बन गई चौरासी कोस जो कि लगभग 252 किलोमीटर ब्रज भूमि का वह स्थान है जहां पर भगवान श्रीकृष्णजी ने अपने बाल्य अवस्था एवं किशोर अवस्था की लीलाएं की जिसमें मुख्य रूप से गोवर्धन लीला, रास लीला, माखन चोरी एवं कंस वध शामिल है यह यात्रा वृंदावन से शुरू होकर मथुरा, गोवर्धन, गोकुल, नंदगांव, बरसाना, रावल, बलदेव, महावत होते हुए वापस वृंदावन में ही समाप्त होती है। मानसी का अर्थ है मनसे की हुई परिक्रमा सभी वैष्णव जन को उपरोक्त वर्णित परिक्रमा शारीरिक रूप से पूर्ण करना संभव नहीं है इस बात को ध्यान में रखते हुए सभी समाजजनों के लिए उपरोक्त आयोजन रखा गया। इस मानसी परिक्रमा का सजीव वर्णन वृन्दावन से पधारी शंकुतला दीदी कोठारी के मुखारविंद से हुआ। इस कार्यक्रम में मुख्य अथिति अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन की राष्ट्रीय महामंत्रानी श्रीमती ज्योति राठी रायपुर, महिला संगठन की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती शोभा सादानी कोलकाता, विदर्भ प्रादेशिक माहेश्वरी महिला संगठन की प्रदेश अध्यक्षा श्रीमती सुषमा बंग नागपुर एवं अतिथि के रूप में मध्यांचल की निवर्तमान संयुक्त मंत्री श्रीमती ऊषा करवा, संस्कार सिद्धा समिति मध्यांचल सह प्रभारी श्रीमती ज्योति बाहेती अकोला, बियानी एजुकेशन ग्रुप भुसावल की सचिवा श्रीमती संगीता बियानी एवं विदर्भ प्रादेशिक माहेश्वरी संगठन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री कमलकिशोर माहेश्वरी पुलगांव उपस्थित थे।

इस आयोजन की विशेषता यह रही कि इसमें ना ही कोई मंच था और ना ही किसी अतिथि विशेष का भाषण और ना ही कोई स्वागत समारंभ, सब कुछ इतना अनुशासित समयनिष्ट और भावपूर्ण की लगभग 1400-1500 लोगों की उपस्थिति रही साथ ही समाज के करीब 450 घरों से इस आयोजन में सहभागिता रही, इतिहास में संभवत: प्रथम बार समाज के राष्ट्रीय स्तर के संगठन जैसे कि अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महासभा, राष्ट्रीय युवा संगठन, विदर्भ प्रदेश सभा, विदर्भ प्रदेश युवा संगठन द्वारा आयोजन करने वाली सभी संस्थाओं को अग्रिम शुभकामनाएं प्रेषित हुई। पवित्र सावन मास के पावन अवसर पर सम्पन्न हुए इस कार्यक्रम में विशेष रूप से शहर की सभी विवाहित बहन बेटियों को निमंत्रित किया एवं 275 बहन बेटियों की उपस्थिति भी रही, इस कारण समाज के नारी शक्ति के प्रति सच्चे आत्मीयता और स्नेह का परिचायक बना।
इस मानसी परिक्रमा के सजीव दर्शन वैष्णवजन को हो इसलिए 150 समाज की बहुएं एवं बेटियों ने भगवान श्रीकृष्ण जी जीवन लीलाएं नृत्य के रूप में प्रस्तुत की जिससे पूरा वातावरण भाव, भक्ति, लय, का संगम बन गया और मानो ऐसा लगा कि यह खामगांव नहीं वृंदावन है। कार्यक्रम में 56 भोग के एवं हिंडोला के दर्शन ने सभी का मन मोह लिया।
सभी अतिथियों ने अपने शुभकामनाओं में कहा कि यह यादें उनके जीवन में अविस्मरणीय हो गई है और वे धन्य हो गए है हर छोटे से छोटी चीज का ध्यान आयोजकों द्वारा रखा गया। छोटे बच्चों के लिए खेलने हेतु संसाधन भी आयोजन स्थल पर लगाए गए थे, कार्यक्रम के अंत में वृंदावन निवासी आचार्य श्री मनीष कृष्ण शास्त्री जी महाराज ने माहेश्वरी समाज खामगांव को अपने वचनामृत से लाभांवित किया। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए श्री माहेश्वरी वरिष्ठ महिला प्रकोष्ठ, श्री माहेश्वरी युवक मंडल के सभी साथियों ने प्रयास किए, साथ ही शहर में कार्यरत समाज की अन्य संस्थाओं ने सहकार्य किया।

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