अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महिला संगठन की पंचम कार्य समिति बैठक मंगल प्रेरणा 2024 दिनांक 15 एवं 16 अक्टूबर को जूम सभागार में सफलतापूर्वक संपन्न हुई।
दिनांक 15 सितंबर को दोपहर 3:30 बजे भगवान उमा महेश की वंदना के साथ बैठक प्रारंभ हुई। महामंत्री ज्योति राठी द्वारा बैठक का संचालन करते हुए सर्वप्रथम सभागार में उपस्थित समस्त पदाधिकारी एवं सभी बहनों का स्वागत करते हुए आने वाले मांगलिक पर्व की शुभकामनाएं प्रेषित की तत्पश्चात दिवंगत हुए शहीदों को एवं स्वजनों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती मंजू बांगड़ ने अपने काव्यमय उद्बोधन से जूम सभागार में उपस्थित सभी अग्रजों का पदाधिकारीयों का व 27 प्रदेशों से पधारी सभी बहनों का शाब्दिक स्वागत किया। शरद पूर्णिमा, आने वाले पांच दिवसीय त्योंहारों दीपोत्सव की मंगल कामना प्रेषित की। उन्होंने कहा जैसे बीच से पेड़ अंकुरित होकर हरे-भरे नए जीवन में प्रवेश करता है वैसे ही सद्गुरु की मंगल प्रेरणा, सत्कार्य की मंगल प्रेरणा, सद्विचार की मंगल प्रेरणा जीवन को अभिसिंचित करती है और आज की यह बैठक मानो इन्हीं सुखद भावनाओं की परिणिति है जो संगठन के सामूहिक प्रयासों की सफलता का सूचक है।
दिनांक 10/11/12 जनवरी 2025 को नागपुर में संपन्न होने वाली द्वितीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी तथा शष्ठम राष्ट्रीय कार्य समिति बैठक क्षितिजा 2025 के कार्यक्रमों की संपूर्ण रूपरेखा सभागार के समक्ष रखी। आयोजक विदर्भ प्रदेश के सभी पदाधिकारीयों को अग्रिम बधाई देते हुए शुभकामनाएं प्रेषित की। संक्रांति पर्व पर किए जाने वाले राष्ट्रीय मेगा प्रोजेक्ट- वस्त्रम की संक्षिप्त रूपरेखा सभी के समक्ष रखी जिसमें साडिय़ां आदिवासी बहुल ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को देने के साथ-साथ महासभा द्वारा संचालित जाजू ट्रस्ट की बहनों को भी वितरित की जाएगी जो समाज की बहन बेटियों को देने की परंपरा को चरितार्थ करेगा।
नेत्रदान महादान के राष्ट्रीय आव्हान को सफल बनाने हेतु सभी प्रदेशों को आह्वान किया और कहां अपने इरादों को पुख्ता रखते हुए हमें हर कार्य करना होगा तभी हमें सफलता मिलेगी। महामंत्री ज्योति राठी द्वारा गत बैठक मंगल प्रबोधन के कार्य विवरण की पुष्टी सभागार द्वारा कराई गई। तत्पश्चात त्रैमासिक सचिव प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। जिसमें सभी समितियों के द्वारा किए गए कार्यों का विस्तृत विवरण था। पूर्व अध्यक्ष लता लाहोटी द्वारा अपने आशीर्वचन में संस्कृति, संस्कार व नैतिक मूल्यों का महत्व बताते हुए महिलाओं के 9 गुणो का उल्लेख किया व नारी शक्ति की जागृति हेतु कार्य करने हेतु बहनों को प्रेरित किया। राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष किरण लढ्ढा द्वारा चतुर्थ कार्य समिति बैठक के खर्च का ब्यौरा व पत्रिकाओं में दी गई राशि को बताते हुए 3 महीने का व्यय व बधाई स्वरूप आई हुई आय का सविस्तार विवरण प्रस्तुत किया।
संगठन मंत्री ममता मोदानी द्वारा जिन प्रदेशों में नए संगठन बने और जिन प्रदेशों में भ्रमण हुआ की संगठनात्मक जानकारी प्रस्तुत की। निवृत्तमान अध्यक्ष आशा माहेश्वरी द्वारा राष्ट्रीय संगठन के संशोधित विधान संबंधित व प्रदेश पदाधिकारीयों को प्रादेशिक विधान संबंधी विस्तृत जानकारी दी। माहेश्वरी महिला पत्रिका के विषय में पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सुशीला काबरा द्वारा जानकारी दी गई। उन्होंने फिजिकल व डिजिटल दोनों पत्रिकाओं की विस्तृत जानकारी दी। महिला सेवा ट्रस्ट की अध्यक्ष ललिता मालपानी द्वारा सेवा ट्रस्ट का संपूर्ण विवरण देते हुए लेखा जोखा भी सभागार के समक्ष रखा। नागपुर में संस्कृति सिद्धा समिति द्वारा संपन्न होने वाले कार्यक्रम त्योंहारो रो रंग मीठी मारवाड़ी संग की जानकारी समिति प्रदर्शक निशा लढ्ढा द्वारा दी गई। स्वयं सिद्धा समिति प्रदर्शक गिरिजा सारडा द्वारा कार्यक्रम मैं हूं स्वयं सिद्धा की विस्तृत जानकारी दी गयी। राष्ट्रीय ज्ञान सिद्धा साहित्य समिति प्रभारी अनुराधा जाजु द्वारा कार्यक्रम विविधा दर्पण की जानकारी सभी के समक्ष रखी। संजीवन सिद्धा समिति प्रभारी कुंतल तोषनीवाल द्वारा नेत्रदान महादान संबंधित जानकारी वीडियो द्वारा बहुत सुंदर तरीके से बताई गई। इस बैठक में विशेष रूप से समस्त सहप्रभारी व प्रादेशिक संयोजिकाओ को जोड़ा गया था। महामंत्री ज्योति राठी द्वारा नागपुर के कार्यक्रम संबंधी कुछ विशेष बातों की ओर सभागार का ध्यान आकर्षित किया। श्री मुरलीधर भूतडा द्वारा महिला व बालिका सुरक्षा संबंधी बनाए गए एप की बहुत अच्छी व मौलिक जानकारी सभागार को दी।
राष्ट्रीय अध्यक्ष मंजू बांगड़ द्वारा महासभा द्वारा विभिन्न ट्रस्टों के माध्यम से स्वास्थ्य व शिक्षा संबंधी जो सहयोग दिया जा रहा है उसमें जो भी नवीन तथ्यो का समावेश हुआ है उसकी विस्तृत जानकारी सभागार के समक्ष रखी तथा समाज के जरूरतमंद लोग इससे लाभान्वित हो सके इसके लिए सबको प्रेरित किया। साथ ही एक विशेष जानकारी दी की संस्कार सिद्धा समिति द्वारा उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाली जरूरतमंद बालिकाओं को 11 लैपटॉप स्पॉन्सर किए जा रहे हैं। साथ ही महिला संगठन को जो बधाई स्वरूप राशि मिलती है उस से चार लैपटॉप और दिए जाएंगे इस तरह 15 लैपटॉप नागपुर में दिए जाएंगे किंतु उन बालिकाओं को नागपुर आना होगा। चुकी यह बैठक नागपुर में हो रही है अत: लैपटॉप दक्षिणांचल व मध्यांचल की बालिकाओं को दिए जाएंगे। तत्पश्चात अध्यक्षा द्वारा त्रैमासिक प्रादेशिक रिपोर्ट मूल्यांकन का रिजल्ट घोषित किया गया।

9/10 अप्रैल 2025 को दक्षिणांचल द्वारा हंपी कर्नाटक में राष्ट्रीय कार्य समिति बैठक का आयोजन होगा इसकी घोषणा की गई। विदर्भ प्रदेश अध्यक्ष सुषमा बंग द्वारा नागपुर कार्यक्रम में आने हेतु सभी बहनों से निवेदन किया गया। अनुजा काबरा द्वारा स्वरचित नेत्रदान की भावना को प्रदर्शित करता हुआ वीडियो के माध्यम से प्रेरणा गीत प्रस्तुत किया गया। जिसे सभी ने सराहा। अंत में महामंत्री द्वारा आभार प्रदर्शन के साथ बैठक का प्रथम दिवस समाप्त हुआ।
दिनांक 16 अक्टूबर 2024 को दोपहर 3:45 को द्वितीय दिवस का द्वितीय सत्र प्रेरक प्रबोधन कार्यक्रम भगवान उमा महेश की वंदना के साथ शुरू हुआ। महामंत्री ज्योति राठी द्वारा कार्यक्रम का संचालन करते हुए प्रेरक प्रबोधन हेतु संत स्वामी श्री गोविंद गिरी जी महाराज व व्यक्तित्व विकास हेतु शिखर की ओर सफलता का स्पंदन प्रेरणास्पद कार्यशाला हेतु सभागार में उपस्थित विभूतियों का अभिवादन करते हुए बिना किसी औपचारिकता के कार्यक्रम प्रारंभ किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती मंजू बांगड ने अपने स्वागत उद्बोधन में कहा..
हम चलते गए, राह के कांटे भी फूल बनकर खिलते गए
यह जादू नहीं है कृपा है मेरे सद्गुरु की
वरना उसी राह पर लाखों लोग फिसलते गए।।
आज ऐसे परम पूज्य श्री सदगुरु देव स्वामी श्री गोविंद देव गिरी जी महाराज हमारे बीच उपस्थित है। जिनका व्यक्तित्व कर्म, भक्ति व ज्ञान की त्रिवेणी है .. सहस्त्र दिपो के समान प्रखरित है। उनका प्रेरक प्रबोधन हम सबके लिए सफलता के शिखर तक पहुंचने का मंगल प्रेरणा स्वरूप स्रोत है।हम सभी सौभाग्यशाली हैं की आज गुरुवर का आशीर्वाद हमें मिल रहा है।
संस्कार सिद्धा समिति प्रभारी अंजलि तापडिय़ा द्वारा महाराज श्री का सुंदर मौलिक परिचय प्रस्तुत किया गया। महाराज श्री ने अपने आशीर्वचन में सर्वप्रथम राष्ट्रीय महिला संगठन को बधाई दी जिन्होंने मंगल प्रेरणा जैसे विषय को लिया। शरद पूर्णिमा के अवसर पर कोजागिरी शब्द की बहुत सुंदर व्याख्या की। आपने कहा हर महिला भारत माता की सुकन्या है अत: उसके उत्कर्ष के लिए कार्य करे। हम हिंदू हैं हमारी भाषा, भूषा और वस्त्र गरिमामय हो। संस्कृति व हिंदू धर्म की रक्षा कैसे करें, अपने समाज की सेवा और सुरक्षा कैसे रखें समाज को कैसे आगे बढ़ाएं इसकी सुंदर व्याख्या की। मर्यादा का पालन करते हुए हमें अपने मातृभूमि से प्रेम होना चाहिए। शिवाजी और विवेकानंद जी के जीवन से आदर्श लेकर आगे बढ़े और जीजा माता जैसे बने तभी इस राष्ट्र की रक्षा हो सकती है। हमारे कर्तव्य और अधिकार को रामायण के पात्रों के आधार पर बताकर सुखी परिवार की परिभाषा को परिभाषित किया। उक्त कार्यक्रम को महिला संगठन की बहनों के साथ समाज के 11000 भक्तजनों ने भी देखा। तत्पश्चात शिखर की ओर सफलता का स्पंदन कार्यशाला की और बढ़ते हुए प्रमुख वक्ता के रूप में उपस्थित लायन अविनाश शर्मा जो माउंट आबू से थे उनका राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा शब्द सुमन से स्वागत करते हुए सफलता के स्पंदन की व्याख्या की गई। अष्ट सिद्धा समिति प्रभारी नम्रता बियानी द्वारा आपका बहुआयामी परिचय प्रस्तुत किया गया।
अविनाश शर्मा ने सर्वप्रथम उपस्थित सभी पदाधिकारी को नेतृत्व क्षमता की निधि कहकर संबोधित किया। आपने राष्ट्र के प्रत्येक क्षेत्र में उच्चता हासिल की हुई प्रत्येक महिला के व्यक्तित्व को दर्शाया। आपने कहा हमारे व्यक्तित्व को निखारना है, संवारना है, बेहतर बनाना है तो सर्वप्रथम हमारे अंदर जानने की, सीखने की और समझने की जिज्ञासा होनी चाहिए। आपने लीडरशिप की सुंदर क्वालिटी को परिभाषित करते हुए कहा कि लीडर किसी पोस्ट से नहीं व्यक्तित्व से होता है, हम कैसे बेस्ट बने, हममें क्या है उसे देखें और बेस्ट बनने का सोचे। अपने साथियों को बेहतर लीडर बनाएं। जो हमसे इर्षा रखें उसे पहले सम्मान दे। पोस्ट का आदर और व्यक्तित्व का आदर दोनों में बहुत फर्क है अत: पद की बात करने के बजाय इस संगठन की बात करें और हमेशा अपना बेस्ट दे इसी प्रकार श्री राम, हनुमान व श्री कृष्ण के जीवन से उदाहरण देकर बहुत ही सहज व सरल शब्दों में आपने व्यक्तित्व के विकास की परिभाषा की। अंत में राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा अंजलि तापडिय़ा व नम्रता बियानी को भी धन्यवाद दिया जिन्होंने यह सुंदर अवसर संगठन में उपलब्ध कराया। सभी ने इस कार्यक्रम की बहुत सराहना की।
राष्ट्रीय महामंत्री ज्योति राठी द्वारा सभी का आभार अभिवादन करते हुए पुन: जूम प्रदान करने हेतु अंजलि तापडिय़ा जूम संचालन करने हेतु भाग्यश्री चांडक को धन्यवाद दिया। उपस्थित सभी का आभार व्यक्त करते हुए राष्ट्रगान के साथ सभा समाप्ति की घोषणा की गयी।
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