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यह चाण्डक, तापडिय़ा, टावरी, मोहता, भण्डारी, भैया, मल खांप की कुल देवी है। आशापुरा माता का भव्य विशाल मन्दिर पोकरण जिला जैसलमेर शहर से 3 किमी की दूरी पर स्थित है। मन्दिर के इतिहास के बारे में कहते है कि लगभग 754 वर्ष पूर्व माताजी गुजरात के कच्छ भुज क्षेत्र से पोकरण आयी तब से बिस्सा जाति के पुष्करणा ब्राह्मण इस मन्दिर के पुजारी हैं। मंदिर में अखण्ड ज्योत लम्बे समय से जल रही है। मन्दिर में प्रतिदिन पूजन प्रात: 6 बजे एवं आरती प्रात: 8 बजे होती है। सांय काल की आरती सूर्यास्त के अनुसार होती है। वर्षभर में दोनो नवरात्रि पर दुर्गा पाठ, हवन एवं भंडारा होता है दूर-दूर से यात्री दर्शनो के लिये आते हैं। मन्दिर में आवास व्यवस्था के लिये बीस कमरे उपलब्ध हैं। सारी व्यवस्था बिस्तर बर्तन के साथ उपलब्ध है। इसके अलावा मन्दिर के सामने बीकानेर के लोगो द्वारा आशापुरा माता धर्मशाला बनी हुई है। जिसमें 15 वातानुकुलित कमरो सहित कुल 70 कमरे बने हुए है। सभी कमरे प्रसाधन की सुविधा से युक्त है। पिछले 21 वर्षो से संचालित इस धर्मशाला में चाय नाश्ते व भोजन की व्यवस्था नि:शुल्क है। आशापुरा माताजी का मन्दिर पोकरण से 3 किमी दूर तथा रामदेवरा से 20 किमी दूर स्थित है। मन्दिर तक पहुंचने के लिये दोनो ही जगह से सुगमता से साधन उपलब्ध है। इसके अलावा आशापुरा माता का मन्दिर नाडोल (पाली), कच्छ (गुजरात) व बीकानेर (राजस्थान) में भी है। |