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यह बिहानी, अटल, कासट, करवा, चाण्डक, डागा (परतानी), साबु, बांगड़, बिड़ला, मालु, मंत्री, भन्साली, रांधड, राठी, लखोटिया, लढ्ढा, सारडा तथा सिंगची खांप की कुल माता है। सचियाय माता का मन्दिर जैसलमेर से 15 किमी. दूर लेदरवा जैन मन्दिर के पास बना हुआ है। यह 800 वर्ष पुराना प्राचीन मन्दिर है, जिसका अभी नया जीर्णोद्धार हुआ है। माता जी की भैंसा की सवारी है। श्री पोकरदास जी राठी के नेतृत्व में मन्दिर का अभी निर्माण हुआ है। यहां अच्छी व्यवस्था है। मन्दिर परिसर में भगवान शिव का मन्दिर भी बना हुआ है तथा रहने-ठहरने की व्यवस्था है। श्री पोकरदास राठी, जैसलमेर तथा श्री विट्ठलदास गोयदानी ने बताया कि इस माता को राठी, दलाल, गेरिया, बगड़ा, गुंगवाला, सारड़ा, कंधारी खांप, नख वाले मानते हैं। कहते हैं कि यहां पर जमीन के नीचे सरस्वती नदी बहती है। |