श्री नागणैच्या माता, बीकानेर


यह भण्डारी खांप की कुल माता है।

नागणैच्या माता का विशाल एवं भव्य मन्दिर बीकानेर में स्थित है। पांच सदी पुराने इस मन्दिर की स्थापना संवत1545 में माघ सुदी सप्तमी को बीकानेर नगर के संस्थापक राव बीकाजी ने की थी। एक किंवदती के अनुसार अठारह भुजा वाली इस देवी की प्रतिमा को राव बीकाजी जोधपुर से अपने साथ लेकर आये थे। मन्दिर की पुर्नस्थापना संवत 1829 में बीकानेर के तत्कालीन महाराज गजसिंह जी द्वारा की गई। बीकानेर का राजपरिवार भी नागणैच्या माता को अपनी कुलदेवी मानते हैं। मन्दिर के पुजारी बीकानेर के सेवग परिवार है। मन्दिर प्रात: 6.30 बजे से दोपहर 1 बजे तक तथा शाम 5 बजे से रात्रि 10 बजे तक खुला रहता है। मन्दिर में प्रात: 7.30 बजे, 9.30 बजे तथा शाम 7.30 बजे कुल तीन आरतियां होती है। प्रात: 9 बजे माताजी को लापसी व चावल का भोग लगाया जाता है। नवरात्रा में माताजी की विशेष पूजा होती है इसके अलावा बीकानेर की प्रसिद्ध होली का आगाज बीकानेर सेवग परिवारो द्वारा माता को फाग खेलाकर किया जाता है।

देश के किसी भी कोने से रेल मार्ग, वायु मार्ग व सड़क मार्ग द्वारा बीकानेर सुगमता से पहुंचा जा सकता है।

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