श्री खूंखर माता, तोषीना (नागौर)


यह तोतला, तोषनीवाल खांप की कुल माता है।

नागौर जिले के तोषीना गांव में स्थित खूंखर माताजी के मन्दिर का इतिहास लगभग 950 वर्ष पुराना है। ग्राम तोषीना के संवत 1139 में माता की विशाल मूर्ति व मन्दिर था कालांतर में मन्दिर जीर्णशीर्ण हो गया। सन् 1984 में जलगांव निवासी श्रीमती प्रभादेवी भगवान दास तोतला के सपने में माताजी आयी और दर्शन देकर मन्दिर बनवाने हेतु कहा। इसके पश्चात प्रभादेवी जी को बार-बार स्वप्न में माताजी दिखाई देने लगी। श्रीमती प्रभाजी 1988 में तोषीना आई उन्होने पुराने मन्दिर की जगह खुदाई करवाई। खुदाई में पुराने मन्दिर के अवशेष मिले। फिर 1992 में मन्दिर निर्माण कार्य प्रारम्भ हुआ 1997 में 25 फरवरी को भव्य समारोह में माताजी की मूर्ति स्थापित की गई।

मन्दिर परिसर में ठहरने के लिये सर्वसुविधा युक्त धर्मशाला का निर्माण कार्य सन् 2003 में पूर्ण हुआ। एक बड़ा रसोईघर भी बना हुआ है जहां उचित दर पर शुद्ध वैष्णव भोजन भी उपलब्ध है। मन्दिर के स्थापना दिवस 25 जनवरी के अवसर पर प्रतिवर्ष वार्षिक उत्सव का आयोजन होता है। जिसमें विशाल भंडारे का आयोजन किया जाता है।

मन्दिर में आरती का समय सुबह 6 बजे, भोग सुबह 9.15 बजे, संध्या आरती शाम 6.30 बजे, शयन आरती रात्रि 9 बजे होती है। माताजी को शीरे (हलुए) व लापसी का भोग लगाया जाता है।

तोषीना गांव नागौर से वाया कोलिया 50 किमी की दूरी पर है। कुचामन रेलवे स्टेशन से लगभग 36 किमी की दूरी पर है। यहां से सालासर बालाजी मात्र 85 किमी तथा खाटूश्याम जी लगभग 100 किमी दूर है।

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