श्री झीण माता, सीकर


झीण माता सोढानी खांप की कुल देवी है। इसके अलावा सोमानी, जाजू, बजाज, काबरा, राठी, बिड़ला, तोषनीवाल, छापरवाल, तापडिय़ा खांप वाले भी इन्हें मानते हैं।

माताजी का भव्य अति प्राचीन मन्दिर सीकर से 28 किमी दूर दक्षिण अरावली गिरी में झीण धाम में स्थित है। श्री झीण माताजी दुर्गा की नौ देवियों में प्रथम जयन्ति देवी का अवतार है। माताजी का मन्दिर तीन दिशाओं में पर्वत श्रृखलाओं से घिरा हुआ है। मन्दिर में स्थित माता की प्रतिमा अष्ट भुजाओं वाली है। प्रतिमा के सामने घृत और तेल के दो अखण्ड दीपक कई हजार वर्षो से प्रज्जवलित है।

मन्दिर के प्राचीन इतिहास के अनुसार मुस्लिम बादशाह औरगंजेब सेना के साथ कई मन्दिरों को खंडित करते हुए यहां भी इसी उद्देश्य से आया था। परन्तु माताजी के चमत्कार के कारण ऐसा कुछ नहीं कर पाया। यहां पर स्थित मधुमक्खी के छत्ते द्वारा आक्रमण से सेना को वापिस जाना पड़ा। इस चमत्कार से औरगंजेब हतप्रभ रह गया। बाद में उसने यहां पर छत्र चढ़ाकर अखण्ड ज्योत जलाई जो आज तक जल रही है। इस मन्दिर की विशेषता यह है कि यहां पर कभी ताले नहीं लगे।

यहां ठहरने के लिये कई धर्मशालायें है जहां पर यात्रियों के लिये नि:शुल्क सेवायें उपलब्ध रहती है। भोजन के लिये शुद्ध शाकाहारी ढाबा भी उपलब्ध है। मन्दिर में पूर्व सूचना देने पर न्यूनतम दर पर भोजन व्यवस्था की जाती है तथा बर्तनों का किराया नहीं लिया जाता है।

राजस्थान के सीकर जिले में वाया कोछोर (सीकर) से 28 किमी दक्षिण की ओर, जयपुर हाईवे पर गोरिया जंक्शन से 15 किमी दूर अरावली गिरी में स्थित इस मन्दिर तक पहुंचने के लिये सड़क मार्ग से जाना पड़ता है। रेल मार्ग से जाने के लिये गोरिया रेल्वे स्टेशन उतरना होता है।

 

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