गौ माता - कुम कुम काबरा |
भगवान कृष्ण के अनुसार मनुष्य की प्रथम माता जन्मदात्री जन्म देने वाली दूसरी माता जन्मभूमि तथा तीसरी माता गौमाता है जिसका दूध पीकर मानव स्वस्थ देह प्राप्त होता है । भगवान श्री कृष्ण ने कहा है कि गाय के शरीर में सभी देवताओं का निवास है अतः गाय सर्वे देवमई है । गाय में संपूर्ण लोक प्रतिष्ठित हैं । गोबर मे एवं गोमूत्र में साक्षात श्री लक्ष्मी जी एवं गंगा जी का वास है जो समृद्धि कारक एवं मंगल कारी है। गाय प्रेम एवं वात्सल्य की साक्षात प्रतिमूर्ति है । गाय के शरीर में गूगल की गंध बहती है जो प्रदूषण नष्ट करती है गाय अपनी निःस्वास से प्राणवायू ऑक्सीजन छोड़ती है गाय की रीढ में सूर्य केतु नामक नाडी होती है अतः गाय का दूध पीले रंग का होता है उसके दूध में कैरोटीन बनता है जो विटामिन ए तैयार करता है । गाय हमारे धर्म, स्वास्थ्य, सामाजिक , आर्थिक, समृद्धि एवं मोक्ष का आधार है ।गाय के घी से हवन करने पर पर्यावरण शुद्ध होता है ।गोबर गैस संयंत्र से रसोई गैस प्रकाश व खाद प्राप्त होती है। गोबर से बिजली प्राप्त होती है ।गोमूत्र में चौवीस रसायन और गोबर में सोलह खनिज तत्व होते हैं गौ दूध एवं घृत से कॉलेस्ट्रोल नहीं बढ़ता है। गाय के दूध से स्मरण शक्ति बढ़ती है गाय के दूध वं धृत का प्रयोग करने से बहुत सी बीमारी नहीं होती है । गाय के दूध का समान पौष्टिक और संतुलित आहार और कोई नहीं है इसे अमृत माना जाता है गाय का दही गुना से भरपूर है गाय के दूध से बना दही गुणो से भरपूर है। गाय के दूध से बना हुआ छाछ खाना पचाने में आसान और पित को नाश करने वाला होता है । गाय का घी विशेष रूप से नेत्रों के लियें व इसका सेवन करने से क्रांति वर्धक माना जाता है। गोबर का उपयोग वैदिक काल से आज तक पवित्री करण हेतु भारतीय संस्कृति में किया जाता है एवं कल्याण चाहने वाले मानव को गौ सेवा अवश्य करनी चाहिए क्योंकि गौ सेवा से सुख समृद्धि बढ़ती है इसलिए हमारे परम करुणावान ऋृषियों व महापुरुषों ने गौ को '"माता" का दर्जा दिया है तथा कार्तिक शुक्ल अष्टमी के दिन गौ पूजन की परंपरा स्थापित की यही मंगल दिवस गोपाष्टमी कहलाता है । गोपाष्टमी भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण पर्व है अतः गोपाष्टमी के पावन पर्व पर हमको गौ माता का पूजन व परिक्रमा करनी चाहिए कहा जाता है भगवान शिव के प्रिय बेलपत्र की उत्पत्ति गाय के गोबर से हुई थी गाय हमारी माता है । गाय दूध का भंडार पंच गव्यादि औषधियों, अक्षय, सभी प्रदेशों में गाय की गौशाला बनाई गई है। यदि कोई गाय को अवैध तरीके से ले जा रहा हो तो उसकी सूचना तुरंत पुलिस को दें हमें गाय का पूरा ध्यान रखना चाहिए । गौ माता की जय
कुम कुम काबरा
बरेली (उत्तर प्रदेश) मौ. 7017805455 |
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