श्री प्रीति क्लब बीकानेर का गवरजा गीतमाला कार्यक्रम परंपरा, संस्कृति और शिक्षा का संगम
रामनवमी के शुभ दिन श्री प्रीति क्लब, बीकानेर द्वारा पारंपरिक गणगौर पूजन उत्सव का भव्य आयोजन श्रद्धा, समर्पण और सांस्कृतिक उत्साह के साथ सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर अनेक गरिमामयी क्षणों के साथ-साथ सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, सदस्यों का परिचय विमोचन, शपथ ग्रहण समारोह तथा भावनात्मक उद्बोधन का संगम देखने को मिला।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन एवं गणेश वंदना से हुई। इसके उपरांत गवरजा माता की आरती नारायण बिहानी द्वारा की गई, जिसने पूरे वातावरण को भक्तिभाव से ओत-प्रोत कर दिया। स्वागत भाषण क्लब के अध्यक्ष श्री गोपीकिशन पेड़ीवाल द्वारा दिया गया, जिसमें उन्होंने सभी गणमान्य अतिथियों एवं सदस्यों का आत्मीय स्वागत करते हुए क्लब की भावी योजनाओं का परिचय दिया।
'गवरजा गीतमाला' के तहत अनेक सदस्यों ने अपनी मधुर प्रस्तुतियों से सबका मन मोह लिया। श्रीमती रेणु झंवर, रेखा तेनाणी, हर्षिता बागड़ी, अनिता मोहता, सुमन राठी, प्रिया झंवर, कनिका तापडिय़ा, प्रियंका राठी, नूतन राठी, सुनीता बिन्नाणी, कौशल्या सारड़ा, मेघा बिन्नाणी, चंद्रकला कोठारी, कंचन राठी, पूनम तापडिय़ा, संजना राठी, उर्मिला राठी, कुसुम राठी, सोनम बजाज, माया चांडक, ममता राठी, प्रेमलता चांडक, शीलू चांडक, राधिका चांडक व कृतिका चांडक आदि महिलाओं ने इस सांस्कृतिक विरासत को जीवंत कर दिया।
सदस्य परिचय पुस्तिका का विमोचन मुख्य अतिथि श्री नरसिंह दास मिमाणी, निवर्तमान अध्यक्ष नारायण दम्माणी, संपादक अनिता मोहता, अध्यक्ष गोपीकिशन पेड़ीवाल, सचिव रघुवीर झंवर, संरक्षकगण श्री मगनलाल चांडक, बृजमोहन चांडक और अन्य विशिष्ट अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति में हुआ।
इसके पश्चात नवगठित कार्यकारिणी का परिचय एवं शपथग्रहण समारोह सम्पन्न हुआ जिसमें बाबूलाल मोहता ने अध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष सहित सभी पदाधिकारीगण ने अपने उत्तरदायित्वों को स्वीकारते हुए सेवा का संकल्प लिया।

मुख्य अतिथि श्री नरसिंह दास मिमाणी का विशेष सम्मान बीकानेर व्यापार मंडल के अध्यक्ष श्री जुगल राठी, बृजमोहन चांडक, श्री ओमप्रकाश करनाणी एवं श्री अश्विनी पच्चिसिया द्वारा किया गया। साथ ही सभी कलाकारों को भी प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का विशेष आकर्षण रहा 'गणगौर पूजन और शिक्षा' पर सचिव श्री रघुवीर झंवर का वैचारिक उद्बोधन, जिसमें उन्होंने इस पर्व को एक प्रकार के पारंपरिक शैक्षणिक शिविर की संज्ञा दी। उनके अनुसार यह उत्सव न केवल आस्था और परंपरा का प्रतीक है, बल्कि बालिकाओं को व्यवहारिक जीवन शिक्षा देने का अनुपम माध्यम भी है।

कार्यकारिणी (2025-27) में संरक्षक मगनलाल चांडक, सुरेश कोठारी, घनश्याम कल्याणी, उपाध्यक्ष दाउलाल बिन्नाणी, बालकिशन थिरानी, सांस्कृतिक मंत्री विनिता दुजारी, योजना मंत्री रोहित पच्चिसिया, सह-सचिव कमल राठी, माया चांडक, सलाहकार भवानीशंकर राठी, राकेश जाजू एवं कार्यकारिणी सदस्यों किशन मून्धड़ा, नारायण डागा, ममता राठी, सुनील सारडा, आनन्द पेड़ीवाल, राजेश झँवर, अरुण करनाणी, कपुर चन्द राठी, आनन्द चाँडक, महेन्द्र गट्टाणी, अनिता मोहता की जिम्मेदार नियुक्तियाँ की गईं, जो क्लब को और सशक्त दिशा देंगे।
श्री प्रीति क्लब की ओर से यह आयोजन महिला सशक्तिकरण, सांस्कृतिक संरक्षण और सामाजिक सौहार्द की प्रेरक मिसाल बनकर उभरा है। क्लब ने पुन: यह सिद्ध किया कि परंपराएं जब नवाचार से जुड़ती हैं, तो समाज को नई ऊर्जा और नई दिशा देती हैं।

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